रविवार, अप्रैल 19, 2009

फिर तो - अशोक चक्रधर

फिर तो

आख़िर कब तक
इश्क इकतरफ़ा करते रहोगे,
उसने तुम्हारे दिल को
चोट पहुँचाई
तो क्या करोगे?

-ऐसा हुआ तो
लात मारूँगा
उसके दिल को।

-फिर तो
पैर में भी
चोट आएगी तुमको।

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