शनिवार, दिसंबर 05, 2009

अगर ऐसे ही रहे तो हम नहीं "चोर होंगे कामयाब"

क्या ये मुमकिन है कि कोई आदमी ATM मशीन से पैसे चोरी का ले और किसी को पता तक न चले , शायद किसी भी नजरिये से नहीं, लेकिन इस नामुमकिन काम को अहमदाबाद के एक चोर ने मुमकिन कर दिखाया | उसकी चोरी ने latest technology और सिक्योरिटी के इन्तजाम को chalange किया। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की ATM से 9 लाख 18 हजार रुपये की चोरी हो गई और बैंक को इसका पता तक नहीं। उस शक्श के बारे में बैंक के पास कोई जानकारी भी नहीं मिली। मिलती भी कैसे ATM में लगा CCTV कैमरा जो छ: महीने से बंद था|चोरी के बारे में तब पता चला जब इस ATM मशीन का बैलेंस शून्य दिखने लगा लेकिन तब तक चोर क्यों रुकता, वो तो कब का फरार हो चुका था| ATM में लगे सिक्योरिटी इन्तजाम से बैंक प्रशासन अक्सर रिलेक्स हो जाता है लेकिन जब सिक्योरिटी सिस्टम बिगड़ गया तो उसकी ओर किसी का ध्यान नहीं गया।इसी का फायदा उठाकर हादसों को अंजाम देकर चोर आसानी से फरार हो गया।
 
तहकीकात कर रही पुलिस टीम ने चोरी में STAFFER की मिलीभगत बताया। ATM से पैसे निकालना किसी आम आदमी के लिए मुमकिन नहीं है| अगर कोई मशीन खोल भी ले तो पैसे नहीं निकाल सकता|मशीन में पैसे फीड करने या निकाले जाने का तरीका पूरी तरह से पासवर्ड प्रोटेक्टेड होता है | एक PETICULAR कंपनी को पैसे फीड करने का CONTRACT दिया जाता है। इस कम्पनी के आदमी जब ATM मशीन में पैसे फीड करने जाते है तब उस बैंक के हेड ऑफिस को इस बात की जानकारी रहती है | ATM से सिक्योरिटी कम्पनी का मैनेजर पासवर्ड डालता है और उसके बाद हेड ऑफिस में बैठा हुआ मैनेजर पासवर्ड एंटर करता है। इन दोनों पासवर्ड की मैचिंग से ही मशीन का वो हिस्सा खुलता है जहां पर पैसे रखे जाते है |
 
इस पूरी घटना ने पुलिस और बैंक दोनों को चैलेंज किया है क्योंकि चोरी के समय वहां लोगों की आवाजाही जारी थी। WEEKEND होने की वजह से ज्यादा TRAFFIC भी था| पुलिस का कहना है कि चोरी का सच तो पुलिस जांच और चोर के पकडे जाने के बाद ही पता चल पायेगा लेकिन हकीकत यही है कि अगर हमारी सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन ऐसे ही काम करता रहा तो हम नहीं "चोर होंगे कामयाब"

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