tag:blogger.com,1999:blog-5123262660006704777.post2065219291820732393..comments2023-10-24T03:08:48.063-07:00Comments on स्याह...: दुश्यन्त कुमार की रचनाएं...सौरभ कुणालhttp://www.blogger.com/profile/17551595320096300445noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5123262660006704777.post-15942270338953925342009-04-21T22:53:00.000-07:002009-04-21T22:53:00.000-07:00बहुत अच्छा काम कर रहे हो सौरभ ,साहित्यकारों की रचन...बहुत अच्छा काम कर रहे हो सौरभ ,साहित्यकारों की रचनाएँ पढा रहे हो आप .कम से कम दुष्यंत कुमार की गज़लें पढ़ कर ब्लॉगर ग़ज़ल कायदे से लिखना ही सीख जाएँ . अनेक ब्लॉगर तो कुछ भी अवाट-बवाट लिख देते हैं और उसे ग़ज़ल का नाम दे देते हैं <br />वह सब पढ़ के तो इन महान साहित्यकारों की आत्माएं भी रोती होंगी <br />मेरी शुभकामनाएं आप के साथ हैं सौरभalka mishrahttps://www.blogger.com/profile/01380768461514952856noreply@blogger.com