tag:blogger.com,1999:blog-5123262660006704777.post7348493986095133849..comments2023-10-24T03:08:48.063-07:00Comments on स्याह...: जिसकी धुन पर दुनिया नाचेसौरभ कुणालhttp://www.blogger.com/profile/17551595320096300445noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5123262660006704777.post-27328631385405310502009-05-14T07:08:00.000-07:002009-05-14T07:08:00.000-07:00खूबसूरत
बस्ती बस्ती घोर उदासी पर्वत पर्वत खालीपन...खूबसूरत <br /><br />बस्ती बस्ती घोर उदासी पर्वत पर्वत खालीपन,<br />मन हीरा बेमोल बिक गया घिस घिस रीता तनचंदन,<br />इस धरती से उस अम्बर तक दो ही चीज़ गज़ब की है,<br />एक तो तेरा भोलापन है एक मेरा दीवानापन.<br /><br /><br />तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है समझता हूँ,<br />तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है समझता हूँ,<br />तुम्हे मै भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नही लेकिन,<br />तुम्ही को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ<br /><br />कौन कौन सी रचना को सराहूँ वाह!Prakash Badalhttps://www.blogger.com/profile/04530642353450506019noreply@blogger.com