मंगलवार, मई 12, 2009

मौत तू एक कविता है

मौत तू एक कविता है,
मुझसे एक कविता का वादा है मिलेगी मुझको



डूबती नब्ज़ों में जब दर्द को नींद आने लगे
ज़र्द सा चेहरा लिये जब चांद उफक तक पहुचे
दिन अभी पानी में हो, रात किनारे के करीब
ना अंधेरा ना उजाला हो, ना अभी रात ना दिन



जिस्म जब ख़त्म हो और रूह को जब साँस आऐ
मुझसे एक कविता का वादा है मिलेगी मुझको




(इस कविता को हिन्दी फ़िल्म "आनंद" में डा. भास्कर बैनर्जी
नामक चरित्र के लिये लिखा गया था। इस चरित्र को फ़िल्म में
अमिताभ बच्चन ने निभाया था)

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