शैख़ जी थोड़ी सी पीकर आइये
मय है क्या शय फिर हमें बतलाइये
आप क्यों हैं सारी दुनिया से ख़फ़ा
आप भी दुश्मन मेरे बन जाइये
क्या है अच्छा क्या बुरा बंदा-नवाज़
आप समझें तो हमें समझाइये
जाने दिजे अक़्ल की बातें जनाब
दिल की सुनिये और पीते जाइये
शनिवार, मई 02, 2009
शैख़ जी थोड़ी सी पीकर आइये
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें