घर के अन्दर देखकर या घर के बाहर देखकर
थक गया है आदमी खुद को निरंतर देखकर
न्याय-घर में भी बदल सकते हैं दर्पण के बयान
मूल अपराधी के संकेतों में पत्थर देखकर
चीखने की भी यहाँ पंछी को आज़ादी नहीं
चाकुओं के हाथ में अपने कटे पर देखकर
उसको तालाबों के किस्सों में मज़ा आता नहीं
जो अभी लौटा है अपने घर समन्दर देखकर
दोस्तों से राय लेना व्यर्थ लगता है मुझे
दोस्त मुझको राय देते हैं मेरा स्वर देखकर
खूनी हथियारों की बिक्री के नए माहौल में
हँस रहे हैं शस्त्र- विक्रेता कबूतर देखकर
शनिवार, फ़रवरी 20, 2010
घर के अन्दर देखकर या घर के बाहर देखकर
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें