दो रोटी के अलावा चार की बातें नहीं करते
करोड़ों लोग कोठी -कार की बातें नहीं करते
बरस में एक दीवाली-अमावस के अलावा हम
अमावस से कभी उजियार की बातें नहीं करते
यहाँ इस देश में कुछ आदिवासी क्षेत्र ऐसे हैं
जहाँ के नागरिक सरकार की बातें नहीं करते
जहाँ पर देह नारी या पुरुष की गैर-हाज़िर हो
शहर
के लोग ऐसे प्यार की बातें नहीं करते
जिन्हें बिकना है जीवन में हजारों बार बिकना है
वे अपने मूल्य या बाज़ार की बातें नहीं करते
शनिवार, फ़रवरी 20, 2010
दो रोटी के अलावा चार की बातें नहीं करते
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